
दीपक मिश्रा/कांकेर – पश्चिम बंगाल में दुष्कर्म और हत्या की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। पहले आरजी कर अस्पताल फिर कृष्णानगर और अब जयगांव। अलीपुरद्वार जिले के जयगांव में एक सात वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसे जिंदा जलाने की घटना सामने आई है। पुलिस ने मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मामले की जांच की जा रही है।
क्या बोले पुलिस अधिकारी?
पुलिस अधीक्षक वाई. रघुवंशी ने कहा कि इस जघन्य अपराध के आरोपितों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए सुबूत जुटाए जा रहे हैं। मुख्य आरोपित के शरीर पर पीड़िता के नाखून के खरोंच के निशान मिले हैं। डीएनए जांच में इससे मदद मिलेगी। फोरेंसिक टीम को भी जांच में लगाया गया है।
बच्ची का जला हुआ शव बरामद
स्थानीय लोगों ने बताया कि आठ दिन से लापता बच्ची का जला हुआ शव मंगलवार को बरामद किया गया। जानकारी मिलने पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग में गुस्साई भीड़ ने जमकर हंगामा किया। सड़क बंदकर प्रदर्शन किया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची।
दुष्कर्म के बाद जलाकर मारने का आरोप
एएसपी मानवेंद्र दास के अलावा एसडीपीओ और अन्य बड़े अधिकारियों ने स्वयं मोर्चा संभाला और स्थिति को नियंत्रित किया। स्वजन का कहना है कि बेटी के साथ दुष्कर्म कर उसे जलाकर मार डाला गया है। जांच में जुटी पुलिस ने सबसे पहले मुख्य आरोपित बबलू मियां को गिरफ्तार किया। वही आठ दिन पहले बच्ची को अपने साथ ले गया था। उसका बच्ची के घर आना-जाना था। उसके बाद बुधवार को दो और आरोपितों की गिरफ्तारी हुई। तीनों आरोपितों को अलीपुरद्वार कोर्ट में पेश कर पुलिस ने रिमांड पर लिया है।